बस में बैठी थी कातिल... और किसी को पता तक नहीं चला!

बस में बैठी थी कातिल... और किसी को पता तक नहीं चला!

स्थान – वाराणसी से गाजीपुर, उत्तर प्रदेश "हनीमून पर भेजी थी मौत... और बस में छुपकर भाग रही थी हत्यारिन!"

राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। इस हाई प्रोफाइल केस की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी, हत्या के बाद वाराणसी से गोरखपुर नहीं, बल्कि गाजीपुर निकल गई थी — और खास बात ये है कि हत्या के बाद वह बस में आम यात्रियों के बीच बिल्कुल नॉर्मल बैठी रही

👤 गवाह बनी उजाला यादव — जिसने कातिल को पहचाना तक नहीं!

सैदपुर, गाजीपुर की रहने वाली उजाला यादव, जो लखनऊ में पढ़ाई करती है, उसी बस में सफर कर रही थी जिसमें सोनम बैठी थी।

"अगर मैं पहचान लेती कि वही सोनम है, तो तुरंत 112 कॉल करती," उजाला ने कहा।

> सोनम ने उजाला से मोबाइल माँगा, कॉल किया, नंबर सेव किया और फिर डिलीट भी कर दिया — बिल्कुल फिल्मी अंदाज़ में।

🚌 कैसे हुई मुलाकात?

उजाला 8 जून की रात लखनऊ से घर जा रही थी

वाराणसी कैंट स्टेशन पर सोनम से मुलाकात हुई

सोनम ने गोरखपुर की ट्रेन पूछी, फिर उजाला के साथ रोडवेज बस स्टैंड आई

गोरखपुर जाने वाली बस में दोनों साथ बैठे — सोनम खिड़की पर, उजाला बगल में

📱 सोनम का अजीब बर्ताव — मोबाइल मांगा, कॉल की, फिर डिलीट

बस में बैठते ही सोनम ने एक युवक से मोबाइल मांगा, उसने मना कर दिया।

फिर उसने उजाला से मोबाइल लिया, किसी को कॉल किया, नंबर सेव किया और बाद में डिलीट कर दिया।

> सोनम ने इंस्टाग्राम पर चल रहे वीडियो पर भी नाराज़गी दिखाई जब उसमें उसकी फरारी की खबर चल रही थी।

🧠 गिरफ्तारी के बाद पहचान में आई सच्चाई

उजाला जब अगली सुबह न्यूज में सोनम की गिरफ्तारी देखती है, तो उसके होश उड़ जाते हैं —

"अरे ये तो वही लड़की है जो मेरे बगल में बस में बैठी थी!"

उजाला ने खुद SP ऑफिस में कॉल करके पूरी कहानी बताई और राजा रघुवंशी के भाई से संपर्क किया।

😱 राजा को 300 फीट ऊंचाई से फेंका, पर नहीं था कोई फ्रैक्चर?!

शिलॉंग के पास 60 किलोमीटर दूर एक खाई में फेंका गया था राजा का शव — लेकिन पोस्टमार्टम में फ्रैक्चर तक नहीं मिला, जिससे शक और भी गहरा गया है।

क्या हत्या कहीं और हुई? क्या खाई में फेंकना सिर्फ 


Post a Comment

0 Comments